सक्ती – सक्ती जनपद अंतर्गत अंतिम छोर में बसे सोनगुढा ग्राम पंचायत के आश्रित ग्राम बहेरा को सी सी रोड़ तो मिला किन्तु देने वाले ने इतनी कंजूसी की, की बदन भी ढंग से सवारा नही। ज्ञात है कि सत्र 2023-24 में 15 वे वित के तहत् 5 लाख रूपये के लागत से सी सी रोड़ का निर्माण किया गया जिसको एक वर्ष भी पूर्ण नही हुआ है धुल की गुब्बारा से अटा पडा है तथा गिट्टी उखड कर पुरे सडक पर फैला हुआ है। इससे साफ जाहिर होता है कि सड़क को बनाने वाले ने कितनी ईमानदरी के साथ सड़क को बनाया होगा।
5 लाख की राशि नजर नही आती
ज्ञात हो कि सडक की लम्बाई लगभग 130 से 140 मीटर होगी तथा गुणवत्ता के संबंध में इसमें उढते हुये धुल तथा पडे हुऐ गिट्टियो से अंदाजा लगाया जा सकता है। इसी प्रकार इसकी चौडाई और मोटाई के संबंध में रोड को पास करने वाले इंजिनियर साहब ही बता सकते है कि उन्होने सरकार के माप दंड की सही सही पालन किया है अथवा वह भी बट्टा में समा गया है।
बट्टा इतना कटा कि बोर्ड भी नसीब नही हुआ
बहेरा ग्राम का रोड जिस निमार्ण एजेंसी ने बनाया है उसने बट्टा काटने में कोई कंजूसी नही कि है, क्योकि शासन के गाईडलाईन के अनुसार रोड़ के निमार्ण से संबंधित समस्त जानकारी एक बोर्ड तैयार कर दी जाती है किन्तु इस सडक के लियें एक बोर्ड भी नसीब नही हुआ। सी सी रोड़ के संबंध में समस्त जानकारी एक पानी टंकी के नीचे बने हुऐ चबुतरे के दिवार पर अंकित कर दिया गया है। यह जॉच का विषय है कि इस सी सी रोड़ निमार्ण को किसने पूरा किया तथा कौन इंजिनीयर इस सडक को पास किया तथा किस अधिकारी के द्वारा राशि जारी किया गया बरहाल शासकीय राशि का बट्टे का यह जीता जागता उदाहरण है।