ब्यूरो रिपोर्ट बिलासपुर :- जिले में दो महिला अफसरों के बीच जुबानी जंग हो गई। दरअसल, कलेक्टर ने लोकसभा चुनाव के लिए अफसरों को जिम्मेदारियां दी है। तखतपुर SDM ज्योति पटेल ने पीडब्यूडी के SDO प्रियंका मेहता को चेक पोस्ट बनाने का जिम्मेदारी दी गई है। बताया जा रहा है कि चेक पोस्ट बनाने को लेकर ही दोनों महिला अफसरों के बीच जोरदार बहस हो गई। जिसके बाद एसडीएम ने दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए कलेक्टर से शिकायत कर दी। अब कलेक्टर ने चुनाव कार्य में लापरवाही बरतने के आरोप में पीडबल्यूडी एसडीओ को नोटिस जारी कर 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा है।
लोकसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लागू होते ही जिला निर्वाचन अधिकारी व कलेक्टर अवनीश शरण ने राजस्व विभाग के साथ ही सभी विभागों के अफसरों को जिम्मेदारियां दी है। चुनाव के दौरान संपत्ति विरूपण कार्रवाई व जांच के लिए चेक पोस्ट बनाया जाना है, जिसकी जवाबदारी पीडब्ल्यूडी को दी गई है।
एसडीओ के चेक पोस्ट नहीं बनाने पर एसडीएम ने लिखा पत्र
कलेक्टर के निर्देश पर जिले के सभी तहसील व थानों में चेक पोस्ट बनाकर जांच की जानी है। तखतपुर एसडीएम ज्योति पटेल ने पीडब्ल्यूडी के एसडीओ प्रियंका मेहता के खिलाफ प्रतिवेदन भेजा है, जिसमें कहा गया है कि एसडीओ ने निर्देशों की अवहेलना करते हुए चेक पोस्ट पर जरूरी व्यवस्थाएं नहीं की है, जिसके लिए उनसे बात करने पर अनुचित शब्दों का प्रयोग करते हुए दुर्व्यवहार किया है।
एसडीएम ने लिखा– चुनाव कार्य करने से किया इंकार एसडीएम ज्योति पटेल ने कलेक्टर को लिखे पत्र में बताया है कि लोकसभा निर्वाचन जैसे महत्वपूर्ण एवं अनिवार्य कार्य को पीडब्ल्यूडी एसडीओ ने करने से इंकार किया है। उनका यह कृत्य कृत्य लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 28 क के प्रावधान के खिलाफ है। छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम 03 के तहत गंभीर कदाचरण की श्रेणी में आता है, जो छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण नियंत्रण तथा अपील) नियम 1966 के तहत दण्डनीय है। इस प्रतिवेदन के आधार पर कलेक्टर ने एसडीओ मेहता को नोटिस जारी कर 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा है।
एसडीओ ने बोलीं– बारिश के चलते नहीं बना था चेक पोस्ट इधर, पीडब्ल्यूडी विभाग की एसडीओ प्रियंका मेहता का कहना है कि पिछले तीन दिनों से बारिश हो रही थी और मौसम खराब था। जिसके चलते चेक पोस्ट बनाने में लेट हुआ। बुधवार को चेक पोस्ट बनाकर सभी व्यवस्थाएं कर दी गई है, वहीं एसडीएम तत्काल चेक पोस्ट बनाने पर अड़ी थी। उनका फोन आया तब सामान्य बातचीत हुई है। किसी तरह का दुर्व्यवहार नहीं किया गया है, चुनाव कार्य उनकी प्राथमिकता में है, नहीं करने का सवाल ही नहीं है।