संतोष साहू / सारंगढ़ :- सारंगढ़ बिलाईगढ़ नवीन जिला बना है तब से कोई न कोई विभाग की पर्दा फाश हो रही है इसी कड़ी में शासन की महत्वकांक्षी योजना बिहान की है जिसमे सभी महिलाओं को समूह में जोड़ कर शासन की योजनाओं से फायदा पहुंचाती है एवम विभिन्न गतिविधियां कराई जाती है लेकिन सारंगढ़ जनपद पंचायत क्षेत्र के सालर कलस्टर के पीआरपी चंद्रिका वैष्णव द्वारा समूह के महिलाओं से दीपावली दिया (गोबर से दिया बनाने सांचा एवम मटेरियल)आजीविका के नाम पर मशीन एवम सांचा के लिए 16500 रुपए 2020से ले ली है जबकि अभी तक सांचा नही दी है और न ही पैसा वापस की है ऐसे ही एक आदिवासी महिला के नाम पर सुअर पालन के नाम से सीएलएफ से 15000 रूपये लोन ली गई है जबकि उस आदिवासी महिला को पता तक नहीं थी जिसकी जानकारी अभी हाल ही में एक दो माह पूर्व पता चला है
सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार सीएलएफ से ग्राम संगठन से जुड़े प्रत्येक समूह को 60000रुपए लोन दिया जाता है जिसको प्रत्येक माह कुछ मूलधन एवम ब्याज को सीएलएफ बैठक में पटाना होता लेकिन चंद्रिका वैष्णव द्वारा समूह के महिलाओं ऊपर दबाव बनाकर सीएलएफ मैं पटा दूंगी कह कर कई समूह से वसूली कर हजारों रुपए गटक ली है और सीएलएफ में नही पटाई है जिससे क्षेत्र की भोली भाली महिलाओं को समस्या से सामना करना पड़ रहा है वहीं ऐसे कई मामला है जो चंद्रिका वैष्णव की जो परत दर परत खुलती जा रही है देखना है की समाचार लगने के बाद उच्च अधिकारी द्वारा हजारों लाखों रुपए गटकने वाली महिला पर कार्यवाही होती है या गरीब महिलाओं से वसूली पैसा को वापस करवाया जाता है