Rajnandgaon News:- जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) द्वारा छात्राओं के साथ बदतमीजी, छात्राओं को जेल भेजने की भी धमकी, रोते बिलकते छात्र आरती साहू ने मीडिया को सुनाई शिक्षा अधिकारी की करतूत देखें वीडियो –  Samachar Meri Pehchan

ब्यूरो रिपोर्ट राजनांदगांव :- भारत देश में एक ओर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा है वहीं एक ओर केंद्र और राज्य सरकारें शिक्षा गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए कई योजनाएं चला रही हैं और करोड़ों रुपये खर्च कर रही हैं, लेकिन ऐसे कई राज्य के कई स्कूलों में अब भी शिक्षकों की कमी बनी हुई है इसके चलते जहां बच्चों का भविष्य अंधकार मय है वहीं अभिभावकों में रोष व्याप्त है,  इस बीच राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ के ग्राम आलीवार से टीचर की मांग लेकर पहुंचे बच्चों से जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) द्वारा बदतमीजी करने और जेल भेजने की धमकी देने का मामला सामने आया है

डीईओ के व्यवहार से आहात छात्र-छात्राओं में से एक आरती साहू ने मीडिया के समक्ष रोते-बिलकते हुए बताया कि आलिवारा शासकीय उच्चत्तर माध्यमिक शाला के हायर सेकेंडरी स्कूल में पिछले दो साल से 11वीं और 12वीं की कक्षाओं के लिए कोई व्याख्याता नहीं है इसी वजह उनकी पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही है जिसके चलते वह अपने सहपाठियों और परिजनों के साथ जनदर्शन के दौरान कलेक्टर संजय अग्रवाल से मुलाकात करने गई थी उनकी समसस्याओं को सुनने के बाद कलेक्टर ने उन्हें आश्वासन दिया कि जल्द ही शिक्षकों की व्यवस्था की जाएगी और बच्चियों को डीईओ के पास भेज दिया

छात्र आरती साहू मीडिया को सुनाया आपबीती –

SMP – मीडिया को सुनाया डीईओ की करतूत

छात्राएं कलेक्टर की बातों को सम्मान करते हुए डीईओ के पास गईं और अपनी समस्याओं के समाधान के लिए आवेदन प्रस्तुत किया तो डीईओ ने उन्हें जमकर फटकार लगाकर भेज दिया इस अप्रत्याशित व्यवहार से बच्चियाँ बेहद निराश और दुखी हो गईं, उन्होंने रोते हुए मीडिया से अपनी स्थिति साझा की, बच्चों ने आरोप लगाया कि डीईओ ने उनके साथ गलत तरीके से बात की , डीईओ ने उन्हें ऑफिस से जाओ यहां बहस मत करो कहकर भगा दिया। साथ ही कहा कि ऐसा आवेदन किसने लिखवाया है? तुम लोग जिंदगी भर जेल की हवा खाओगे

अभिभावकों द्वारा धरना प्रदर्शन की चेतावनी

अभिभावकों ने बताया कि पिछले दो साल से आलिवारा में हायर सेकेंडरी के क्लासिस लग रही हैं लेकिन एक भी शिक्षक स्कूल में नहीं है जिसके कारण बच्चों की पढ़ाई बहुत प्रभावित हो रही है। हाई स्कूल के शिक्षक पढ़ा रहे थे, लेकिन कई विषयों के शिक्षक नहीं हैं। कलेक्टर ने दो दिन के अंदर शिक्षक व्यवस्था करने का आश्वाशन दिया है, लेकिन डीईओ ने बच्चों के साथ गलत तरीके से बात की, तभी बच्चे रो रहे हैं। परिजनों ने बताया कि बच्चों ने आवेदन में लिखा है कि अगर तीन दिन में शिक्षकों की व्यवस्था नहीं होगी तो स्कूल में धरना प्रदर्शन करेंगे और ताला लगा देंगे।

DEO अभय जायसवाल ने कहा कुछ ऐसे –

इस मामले में डीईओ ने कहा है कि ऐसी कोई बात नहीं हुई है, उन्होंने बताया है कि बच्चों को कानून अपने हाथ में न लेने की सलाह दी और शिक्षकों की वैकल्पिक व्यवस्था करने की बात की

इस घटना से साफ जाहिर होता है कि शिक्षा प्रणाली की अनदेखी और जवाबदेही की कमी से बच्चों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है यह स्थिति शिक्षा के अधिकार और प्राथमिकता की गंभीर चिंता को उजागर करती है केंद्र या स्थानीय प्रशासन और शिक्षा विभाग को इस मामले की गहन जांच करनी चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि बच्चों को उचित शिक्षा और सम्मान प्राप्त हो ताकि छात्राएं अपनी पढ़ाई अच्छे से कर सके

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