पत्रकार संतोष साहू , बरमकेला :- राज्य सरकार महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से हर संभव कदम उठा रही है इसी दिशा में स्वच्छता अभियान के तहत घर-घर मे शौचालय का निर्माण करा रही है लेकिन दूसरी तरफ विडंबना यह है कि सरकारी संस्थानों जैसे जनपद पंचायत बरमकेला के कार्यालय में महिलाओं के लिए शौचालय की व्यवस्था नहीं हैं परिणाम स्वरूप जनपद कार्यालय में काम करने वाली महिलाओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है देश में महिलाओं की गरिमा, सम्मान, सुरक्षा, सशक्तीकरण और अधिकारों के मुद्दे पर केन्द्र से लेकर राज्यों की सरकारें तक बड़ी-बड़ी बातें और नारे तो खूब देती हैं लेकिन यह वास्तव में महिलाओ कि बुनियादी जरूरतों को लेकर कितनी संजीदा हैं इसकी हकीकत आप जनपद पंचायत बरमकेला में देख सकते हैं
जनपद कार्यालय में महिला कर्मचारियों को दिक्कत तो होता ही है परन्तु ग्रामीण अंचलो से आए महिलाए काफ़ी परेशान रहते हैं आखिर इस कार्यालय मे महिलाओ के लिए शौचालय कि उत्तम व्यवस्था क्यों नहीं किया जा रहा है इस तरह कि लाचार व्यवस्था से बरमकेला के जिम्मेदार मुख्य कार्यपालन अधिकारी कितना सजग हैं अधिकारी को अपने कार्य से फुर्सत नहीं उन्हीं के कार्यालय में क्या कमी क्या है, क्या आवश्यकता है, इन पर ध्यान नहीं देना अब देखना यह होगा कि नए मुख्य कार्यपालन अधिकारी अजय पटेल महिलाओ के हित के लिए कितना सजग हैं आखिर कब बनेगा शौचालय अभी भी प्रश्न बना हुआ है