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संतोष साहू/नई दिल्ली: एक क्रूज जहाज पर ड्रग्स कांड से जुड़ा हाई-प्रोफाइल मामला, जिसमें पिछले साल शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान और उनके करीबी दोस्त अरबाज मर्चेंट को हिरासत में लिया गया था, बस थोड़ा और जटिल हो गया है।
राष्ट्रीय अपराध ब्यूरो के विशेष जांच दल ने अपनी सतर्कता रिपोर्ट में कहा है कि जिस तरह से जांच की गई, उसमें कई अनियमितताएं थीं। रिपोर्ट ने मामले में शामिल अधिकारियों की मंशा पर भी सवाल खड़े किए हैं। विशेष जांच के दौरान 65 गवाहों के बयान दर्ज किए गए, लेकिन इनमें से कुछ अधिकारियों और व्यक्तियों ने बाद में 3 से 4 बार अपने बयान बदले।
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि कुछ और मामलों की जांच के दौरान चूक का पता चला था। सूत्रों से पता चला है कि ऐसे सभी मामलों की रिपोर्ट सौंप दी गई है। रिपोर्ट में खास लोगों के साथ भेदभाव का मुद्दा भी उठाया गया है। समझा जाता है कि रिपोर्ट में इस मामले में एनसीबी के 7-8 कर्मियों की संलिप्तता का विस्तृत विवरण दिया गया था, जो संदिग्ध पाया गया था और जिसके लिए एक विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है।
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो द्वारा गठित विशेष जांच दल को मंगलवार को दिल्ली में पेश किया गया।
जब आर्यन खान और 20 अन्य लोगों को अक्टूबर 2021 में मुंबई में डॉक किए गए एक क्रूज जहाज से हिरासत में लिया गया था, तो एनसीबी अधिकारियों ने दावा किया कि हिरासत में लिए गए कुछ लोगों पर ड्रग्स था। बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन को करीब एक महीने जेल में रहना पड़ा, जिसके बाद उन्हें रिहा कर दिया गया क्योंकि एनसीबी स्टार के बेटे के खिलाफ पर्याप्त सबूत नहीं दे पाई थी।
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