पत्रकार संतोष साहू MP Elections 2023: कांग्रेस भी BJP की राह पर चलने की दिशा में है. जिस तरह बीजेपी ने मध्यप्रदेश में चार अलग-अलग राज्यों के प्रवासी विधायकों से प्रदेश की 230 विधायकों पर फीडबैक सर्वे कराया है, इसी तर्ज पर अब कांग्रेस भी लोकसभावार प्रवासी सांसद-विधायकों से फीडबैक सर्वे कराने जा रही है. इस प्लानिंग को लेकर राजधानी भोपाल में कांग्रेस ने लोकसभावार नियुक्त किए गए पर्यवेक्षकों की बैठक आयोजित की. इस बैठक में पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ , प्रदेश प्रभारी रणदीप सुरजेवाला शामिल रहे. बैठक में आगामी चुनावों को लेकर रणनीति तैयार की गई. बैठक में तय किया है कि अब बाहरी नेताओं से प्रदेश की 230 विधानसभाओं का फीडबैक सर्वे कराया जाएगा.
इन्हें सौंपी जिम्मेदारी
कांग्रेस अपनी प्लानिंग के तहत लोकसभावार फीडबैक सर्वे कराने जा रही है. इसके लिए कांग्रेस ने 29 लोकसभा सीटों पर पर्यवेक्षकों को जिम्मेदारी सौंपाी है. इनमें बालाघाट की जिम्मेदारी नरेश कुमार को सौंपी है, जबकि बसंत पुरके बैतूल, प्रदीप टमटा भिंड, रेकीबुद्दीन अहमद भोपाल, डॉ. अनीस अहमद छिंदवाड़ा, कमल कांत शर्मा दमोह, किरिट पटेल देवास, तुषार चौधरी धार, दिनेश ठाकुर गुना, प्रकाश जोशी ग्वालियर, विमल शाह होशंगाबाद, मोहन जोशी इंदौर, परेश धन्नी जबलपुर, विरजी भाई खजुराहो, पुंजाभाई खंडवा, आनंद चौधरी खरगोन, नरेन्द्र भाई रथवा-मंडला, अलकोबेन मंदसौर, अनिल भारद्वाज मुरैना, गुलाब सिंह राजगढ़, प्रभाबेन रतलाम, इंद्रजीत सिंह सिन्हा-रीवा, राजेन्द्र ठाकुर सागर, ललित गतरा सतना, पुनाभाई गमित शहडोल, कुमार आशीष सीधी, राजेन्द्र सिंह परमार टीकमढ़, चक्रवर्ती शर्मा उज्जैन, डॉ. राजेश शर्मा विदिशा को ऑब्जर्वर नियुक्त किया है.
बीजेपी पहले ही करा चुकी है सर्वे
बता दें बीजेपी ने पहले ही प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर प्रवासी विधायकों से 7 दिवसीय सर्वे करा लिया है. फीडबैक सर्वे के दौरान प्रवासी विधायकों ने फील्ड में जाकर मौजूदा विधायकों की स्थिति, क्षेत्र में एंटी इनकम्बेंसी की स्थिति, एंटी इनकम्बेंसी कैसे दूर करेंगे, जिताऊ चेहरा दावेदार कौन, हारी हुई सीटों को जीतने की क्या हो रणनीति, भितरघात की कितनी आशंका है, पार्टी के मैदान मंडल-बूथ कार्यकर्ता का फीडबैक आदि बिदुओं पर सर्वे किया है. इसी तर्ज पर अब कांग्रेस भी प्रवासी नेताओं से सर्वे कराने जा रही है.
दिग्विजय सिंह बोले- ‘घबरा गई है बीजेपी’
बैठक के कुछ देर बाद मीडिया से चर्चा करते हुए पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस अध्यक्ष ने और संगठन के महामंत्री वेणुगोपाल जी ने हर संसदीय क्षेत्र में अपना प्रतिनिधित्व नियुक्त किया है और वे चुनाव के नतीजे आने तक प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के पदाधिकारी और संगठन के निचले स्तर तक काम करेंगे. आज पूरे प्रदेश में ये आम बात बन चुकी है. सारे सर्वे भी दिखा रहे हैं कि चुनाव में भारी बहुमत से कांग्रेस पार्टी की सरकार बनने वाली है. दिग्विजय सिंह ने कहा कि विपक्ष के नेताओं के ऊपर छापा डालने की योजना है, ये उनके घबराहट की निशानी है. अब देखना यह है कि कांग्रेस की सरकार फिर वापस लौट पाएगी